जब अब्राम 99 वर्ष का हो गया तब यहोवा ने उसे दर्शन देकर कहा मैं सर्वशक्तिमान ईश्वर हूँ; मेरी उपस्थिति में चल और सिद्ध होता जा। मै तेरे साथ वाचा बान्धूंगा, और तेरे वंश को अत्यन्त ही बड़ाऊँगा।
उत्पत्ति 17ः1-2
हमारा परमेश्वर असम्भव को सम्भव करने वाला परमेश्वर है। परमेश्वर के लिये कोई भी काम कठिन नहीं है। जो आपको कठिन काम जान पड़ता है। वह सारे काम परमेश्वर के लिये सम्भव है। उत्पत्ति 17ः1 में अब्राहम को परमेश्वर ने 99 वर्ष की उम्र में दर्शन दिया और कहा कि मैं सर्वशक्तिमान परमेेश्वर हूँ। मेरी उपस्थ्तिि में चल जैसे कि हर समय मैं तेरे साथ उपस्थित हूँ एसा समझ कर अपना जीवन यापन कर। परमेश्वर उससे कहते हैं कि सिद्ध होता जा अर्थात तुझ पर दोष लगाने का एक भी कारण न हो, खरा जीवन जी और मेरी आज्ञाओं में चल क्योंकि जब तू इस प्रकार से करेगा तो मैं तुझे आशीषित करूंगा।
यदि आप भी अपने जीवन में आशीष को पाना चाहते हैं। और परमेश्वर के अद्भुत आश्चर्यकर्मों को देखना चाहते हैं और कठिन काम को सरल होते हुये देखना चाहते हैं तो आपको भी परमेश्वर की उपस्थिति में चलना है। अर्थात एक खरा जीवन जीना है ताकि आप पर भी कोई दोष लगाने का कारण न मिले। जब आप परमेश्वर की उपस्थिति में चलेंगे तो आप कोई गलत काम नहीं करेंगे, बल्कि आप हर काम को परमेश्वर की इच्छा के अनुसार ही करेंगे। परमेश्वर यही चाहते हैं कि आप हर समय परमेश्वर की उपस्थिति में चलें और एक खरा जीवन जीयें।
परमेश्वर कहते हैं कि मैं सर्वशक्तिमान हूँ जिसके लिये कोई काम कठिन नहीं। यदि आप परमेश्वर से प्रार्थना करेंगे तो प्रभु आपके जीवन मे जरूर काम करेंगे और आपके उन कठिन कामों को सरल कर देंगे। बस आपको प्रार्थना करना है और परमेश्वर की इच्छा के अनुसार अपने जीवन को व्यतीत करना है, एक अच्छा और दोष रहित जीवन यापन करना है और सिद्धता की ओर बढ़ते जाना है। प्रभु आपको इस वचन के द्वारा आशिष दे आमीन।
प्रार्थनाः- प्रभु जी हम प्रार्थना करते हैं कि हम सिद्धता की ओर बढ़ते चले जाये, और हमारे जीवन में छोटा सा भी दोष न पाये जायें आमीन।