धन्य हो तुम, जो अब भूखे हो; क्योंकि तृप्त किये जाओगे; धन्य हो तुम, जो अब रोते हो; क्योंकि हंसोगे
लूका 6ः21
हो सकता है आप बहुत अधिक दुःखी हैं, क्योंकि आप बहुत सी समस्याओं का सामना कर रहे हैं; तो वचन आपको ढाढस देता है। लूका 6ः21 में परमेश्वर का वचन कहता है कि, धन्य हो तुम, जो अब भूखे हो; अर्थात परमेश्वर की धार्मिकता के भूखे, न कि भोजन वस्तुओं के। तुम तृप्त किये जाओगे अर्थात परमेश्वर अपनी धार्मिकता का आप पर प्रगट करेगा। धन्य हो तुम जो रोते हो, अर्थात गुनाहों की माफी के लिये, कि परमेश्वर तुम्हारे गुनाहों को क्षमा करे। तुम हंसोगे अर्थात परमेश्वर आपके जीवन में आनन्द और खुशियाँ देंगे। प्रकाशित वाक्य 21ः4 में लिखा है कि परमेश्वर आपके आँशुओं को पोंछ ड़ालेंगे और आपके दुःखों को आनन्द में बदल देंगे। हो सकता है, कि आप इसलिये रो रहे हों, कि आपने बीते दिनों में कुछ गलत कर दिया हो, और इस गलती के कारण आप परिक्षा में पड़ गये हों; इसलिये आप आँशू बहा रहे हों। और परमेश्वर से क्षमा याचना माँग रहे हों। वचन कहता है, कि तेरे गुनाह माफ हो गये हैं इसलिए आप रोयें नहीं बल्कि आनन्द करो; खुशियाँ मनाओ। लूका रचित सुसमाचार उसके 7 अध्याय में हम एक पापी स्त्री के विषय में देखते हैं। वह स्त्री प्रभु यीशु के पास एक बहुमूल्य इत्र लेकर आयी और उसे प्रभु के पैरों में उडेल दिया और प्रभु यीशु के पैरों को अपने आशुओं से धोने लगी और प्रभु यीशु के चरणों में बैठकर पश्च्याताप करने लगी। और परमेश्वर ने उसके गुनाहों को माफ कर दिया और उसके आँशुओं को पोंछ दिया। और यह सब देखकर वो स्त्री आनन्दित हो जाती हैै। क्योंकि उसके सारे गुनाहों को प्रभु येशु ने क्षमा कर दिया। और अब वो आनन्दित है और खुशियाँ मना रही है। और अब वो रो नहीं रही है; क्योंकि उसके गुनाह माफ कर दिये गये हैं। अब वो स्त्री पापी नहीं रही और अब वो धर्मी बन गयी क्योंकि उसके गुनाह क्षमा हो चुके हैं।
इसी प्रकार से आप भी प्रभु के सम्मुख जायें अपने आँशुओं को उसके सम्मुख बहायें, प्रभु से माफी मांगे, प्रभु आपको क्षमा करेंगे और आपके गुनाहों को मिटा देंगे, चाहे वो कितने भी लाल रंग के क्यों न हों, वे हिम के नाई स्वेत हो जायेंगे। और प्रभु आपके दुःखों को आनन्द में बदल देगा, और जिस दुःख से आप गुजर रहें हैं प्रभु उन सबको आपके जीवन से दूर कर देगा और आपके जीवन को खुशियों से; शान्ती से; आनन्द से भर देगा क्योंकि वह दयालू परमेश्वर है। वह आपको क्षमा करेगा और आपके जीवन को परिवर्तित और आपके जीवन में अद्भुत कामों को करेगा। इसलिये निराश न होंयें, दुःखी न होंयें, चिन्तित न होयें अपितु प्रार्थना करें प्रभु आपके लिये कार्य करेंगे।
प्रभु आपको इस वचन के द्वारा आशीष दे आमीन।
प्रार्थनाः- प्रभुजी हम प्रार्थना करते हैं। कि हमसे जाने अन्जाने में जो भी गलतियाँ हो गयी हैं, आप उन्हें क्षमा करें और हमारे जीवन में कार्य करें ताकि हम आनन्द और शान्ति का जीवन जी सके। आमीन।