कार्य रूक गये हैं

इसलिये आवो, हम उतर के उनकी भाषा में बड़ी गड़बड़ी ड़ालें, कि वे एक दूसरे की बोली को न समझ सकें। इस प्रकार यहोवा ने उन को, वहां से सारी पृथ्वी के ऊपर फैला दिया; और उन्होने उस नगर का बनाना छोड़ दिया।

उत्पत्ति 11ः7-8

   उत्पत्ति अध्याय 11 में हम लोग देखते हैं, कि जब लोगों ने सोचा कि हम एक टावर बनायेंगे जो परमेश्वर से भी ऊँचा हो। हम देखते हैं कि उनके अन्दर ये भावना आ गयी कि हम परमेश्वर के समान हो जायेंगे, जिस प्रकार शैतान के मन में बात आयी उसी प्रकार इनके मन में भी बात आयी और उन्होंने योजना बनायी कि हम एक टावर बनायेंगे।
   उत्पत्ति 11ः7-8 में हम लोग देखते हैं कि जब परमेश्वर ने उनके उद्देश्य को देखा, कि ये तो गलत उद्देश्य से इस टावर को बना रहें है। मेरी आज्ञा के विरोध में काम कर रहें हैं, क्योंकि परमेश्वर चाहते थे कि मनुष्य पृथ्वी पर फैले। इसलिये परमेश्वर ने इनकी भाषा में गड़बड़ी ड़ाली, जिससे वे एक दूसरे की भाषा को नहीं समझ पाये और उन्होने वहाँ पर टावर बनाने का कार्य रोक दिया, और उनका कार्य अधूरा रह गया।
   इस प्रकार हम लोग देखते हैं कि यदि किसी कार्य को करने का उद्देश्य गलत है तो वे कार्य वहीं रूक जाते हैं, परन्तु यदि किसी कार्य को करने का उद्देश्य सही है, तो परमेश्वर उस काम पर आशीष देते हैं।
   जैसे हम नहेम्याह के जीवन में देखते हैं, नहेम्याह ने यरूशलेम की दीवार को बनाया और परमेश्वर ने उसके काम पर आशीष दी, क्योंकि उसका उद्देश्य सही था। 
   हो सकता है आपके जीवन में भी कुछ ऐसा हुआ हो जब आपने किसी काम को करना शुरू किया और वह काम अधूरा रह गया हो, चाहे आपका उद्देश्य सही भी रहा हो, तो आप निराश न होवें क्योंकि परमेश्वर हमारे लिये जो कुछ भी करते हैं उसमें भलाई ही होती है।
   हम देखते हैं कि परमेवर ने इन लोगों कि भाषा में गड़बड़ी को इसलिये ड़ाला ताकि ये पृथ्वी पर फैल जायें, और जो परमेश्वर की योजना है, वो इन लोगों के जीवन में पूरी हो, परमेश्वर ने इनकी भाषा में गड़बडी इसीलिये नहीं ड़ाली कि इनका नाश हो बल्कि इसलिये ड़ाली की ये पूरी पृथ्वी पर फूलें-फलें और फैलते चलें जायें।
   यदि आपके जीवन में भी कुछ ऐसी बातें हुयी हैं जब आपने कार्य को शुरू किया और वह कार्य रूक गया हो। परमेश्वर आपके लिये भी भलाई को उत्पन्न करेंगे। अपनी उस अच्छी योजना को वह आपके जीवन में पूरा करेंगे। इसलिये निराश न होवें, परमेश्वर पर भरोसा रखें वह आपके जीवन में कार्य करेंगे। प्रभु आपको इस वचन के द्वारा आशीष दे। आमीन 

प्रार्थनाः- प्रभु जी हम प्रार्थना करते हैं कि हम जो भी कार्य करें उसमें हमारा उद्देश्य सही हो, और आप हमारी साहायता करें ताकि अपने काम में हम सफलता प्राप्त करें, प्रभु यीशु के नाम में आमीन।  
   

  

About the Author

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may also like these