तूने मुझे आगे पीछे घेर रखा है, और अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है।
भजन संहिता 139ः5
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अपने बच्चों को आशीष दें। क्योेंकि पुराने नियम में हम देखते हैं, जब कोई पुरूष मरने पर होता था तो वह अपने बड़े बच्चे को बुलाता था और उसके ऊपर हाथ रखता था, उसे आशीष देता था। और वह लोग उस बात को बहूत महत्वपूर्ण समझते थे और उनका ये विश्वास होता था कि जब उनका पिता उनके ऊपर हाथ रखेगा तो उनका भविष्य बहुत आशीषित होगा और वास्तव में उनका आशीर्वाद उनके जीवन में काम करता था।
हम देखते हैं इसहाक के जीवन में इसहाक के दो बेटे थे याकूब और ऐसाव। ऐसाव बड़ा था याकूब छोटा था। और जब इसहाक ने अपने बड़े बेटे ऐसाव को अपने पास बुलाया ताकि वह उसको आशीष दे, तो याकूब धोके से वहाँ चला आया और इसहाक ने गलती से वह आशीष याकूब को दे दी जब ऐसाव को इस बात का पता चला तो वह बहूत रोया। और वह इसहाक के पास गया तो इसहाक ने कहा कि अब मैं इस आशीष को अपने पास वापस नहीं ले सकता। इसका मतलब है कि पुराने नियम में अपने बच्चों को आशीष देना बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता था।
जैसे हम दाउद के जीवन से देखते हैं। दाऊद का पिता भी दाउद को तुच्छ समझता था इसािलये उसे भेड़ बकरियों को चराने के लिये भेज दिया करता था। और जब शैमुऐल उसका अभिषेक करने के लिये गया तो उसके पिता ने उसका नाम भी नहीं लिया। परन्तु परमेश्वर ने उसे चुना हुआ था इसलिये भजन संहिता 139ः5 में दाऊद कहता है। कि तू अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है आर्थात परमेश्वर का वह आशीष का हाथ और वह धर्ममय दाहिना हाथ मुझ पर रखे रहता है। हालांकि दाऊद के पिता ने तो उस पर अपना आशीष का हाथ नहीं रखा क्योंकि वह छोटा था। अगर आशीष दी भी होगी तो अपने बड़े बेटे के सर पर हाथ रखकर आशीष दी होगी। इसलिये दाऊद कहता है कि परमेश्वर मुझे आशीष देता है, और वह अपना हाथ मुझ पर रखे रहता है।
इसी प्रकार से हो सकता है आप के बारे में कुछ लोंगों ने गलत बातें कही हों कि आपका भविष्य आशीषित नहीं हो पायेगा और आप किसी काम के नहीं हैं। या फिर किसी ने आपको श्राप दे दिया हो। परन्तु फिर भी मैं आप से कहुँगा कि आप भी भजनकार दाऊद की तरह अपने मन में ये विश्वास रखें। कि परमेश्वर जो सर्वसामर्थी है जिस पर आप भरोसा रखते हैं और जिसके पीछे आप चलते है। उसने अपने आशीषित हाथ या धर्ममय दाहिने हाथ को आपके ऊपर रखा हुआ है। और हमेशा उसका हाथ आपके ऊपर बना रहता है।
आज मैं आप से कहूॅगा कि आप भी अपने बच्चों को आशीष दें अपने बच्चों के लिये गलत शब्दों का प्रयोग न करें जब आप प्रार्थना करते हैं तब भी अपने बच्चों को आशीष दें क्योंकि आप माता पिता को परमेश्वर ने ये सामर्थ्य दी है कि जब आप अपने बच्चों के सर पर हाथ रखेंगें तब वे आशीषित होंगे और परमेश्वर तो है ही जिसका घर्ममय दाहिना हाथ आप सबके ऊपर बना रहता है। और यदि आपके माता पिता ने आपको आशीष नहीं दी है। और वह आपके भविष्य के लिये गलत बात कहते है। तो आप इस बात पर विश्वास रखें कि प्रभु ने अपना हाथ आपके सर पर रखा हुआ है। आप उसकी रचना है। वह आप से प्यार करता है। आप उसके बेटे-बेटी है और आप उसके लिये सर्वश्रेष्ठ है। इसलिये उसने दाहिने हाथ को आपके ऊपर रखा हुआ है। इसका मतलब परमेश्वर आपको आशीषित करेगा, सफल करेगा और आगे बढ़ायेगा। इसलिये आप आज के मैसेज से समझ गये होंगे कि आपको अपने बच्चों को आशीष देना है। और अपने हाथों को उसके ऊपर रखकर उनके लिये प्रार्थना करनी है। तो परमेश्वर उनको आशीषित करेंगें। प्रभु आपको इस वचनों के द्वारा आशीष दे।
प्रार्थनाः- प्रभु जी हम प्रार्थना करते है। कि आप हमारे और हमारे बच्चों के ऊपर अपना आशीषित हाथ बनाये रखें, जिससे हमारे बच्चे आशीष पाकर उन्नति करते जायें आमीन।