विरोधियों के मन बदलेंगे

फारस का राजा कुस्रू कहता है, कि स्वर्ग के परमेश्वर यहोवा ने पृथ्वी भर का राज्य मुझे दिया है, और उसी ने मुझे आज्ञा दी है कि यरूशलेम जो यहूदा में है उस में मेरा एक भवन बनवा; इसलिये हे उसकी प्रजा के सब लोगों, तुम में से जो कोई चाहे कि उसका परमेश्वर यहोवा उसके साथ रहे, तो वह वहां रवाना हो जाए।

2इतिहास 36ः23

  हमारा परमेश्वर हृदय को बदलने वाला परमेश्वर है, वो आपके विरोधियों के हृदय को बदल सकते हैं, जिनके हृदय का बदलना नामुमकिन है और जो आप से बुरा व्यवहार करते हैं उनके हृदय को भी परमेश्वर बदल सकते हैं।
  बहुत सारे भाई-बहन कहते हैं कि उनके पती, पत्नी, या फिर उनके बच्चों का व्यवहार उनके साथ अच्छा नहीं है, कुछ लोग कहते हैं कि उनके काम करने के स्थान पर लोेग उनके विरोधी हैं जो उनके हानि की योजनायें बनाते हैं। 
  चाहे कितने भी लोग आपके विरोध में क्यों न हों आप विश्वास मेें बने रहें, क्योंकि परमेश्वर आपके लिये उनके मन को बदलेंगे क्योंकि परमेश्वर आप से प्रेम करते हैं, और आप परमेश्वर के चुने हुये हैं।
  2 इतिहास 36 अध्याय में राजा कुस्रू के बारे में लिखा है कि परमेश्वर ने राजा कुस्रु के हृदय को बदला जबकि इस्राइली लोग राजा कुस्रु के बंधुवाई में थे और उनके ऊपर अत्याचार हो रहे थे, वे दुःख और गुलामी में थे। यरूशलेम का मन्दिर खण्ड़हर पडा हुआ था और उसे जला दिया गया था।
  तब परमेश्वर ने अपने लोगों को छुड़ाने के लिये और उस मंदिर और शहर को फिर से बशाने के लिये राजा कुस्रू के जीवन में कार्य किया और उसके मन को उभारा। उस से बात की और उसके हृदय को बदला और आज्ञा दी कि जो मेरा भवन खण्डहर बन चुका है, तू उसे फिर से बना। उसने ऐसा ही किया उसने चिट्ठी निकाली की जो लोग वापस जाना चाहते हैं वे लोग जा सकते हैं, हम परमेश्वर के भवन का निर्माण करेंगे क्योंकि परमेवर ने मुझे इसकी आज्ञा दी है। 
  यहाँ पर हम देखते हैं कि परमेश्वर ने अपने लोंगों के लिये राजा कुस्रू के हृदय को बदला इसी प्रकार परमेश्वर आपके विरोधियोें, पति, पत्नी, और बच्चों के हृदय को भी बदल सकते हैं। 
  इसके लिये आपको परमेश्वर से प्रार्थना करनी है, कि प्रभु हमारे विरोधियों के हृदयों में जो गलत बातें हैं उन्हें दूर करें, और इनके हृदयों में प्रेम और मेल मिलाप आ जाय, और जब आप इस  प्रकार से प्रार्थना करेंगे तो परमेश्वर आपकी प्रार्थना को सुनेंगे। 
  इसलिये आप निराश न होयें, दुःखी न होंये, परमेश्वर से लगातार प्रार्थना करते रहें और प्रभु आपके लिये अद्भुद आश्चर्यकर्म को करेंगे प्रभू आपको इस वचन के द्वारा आशीष दे आमीन।
  प्रार्थना:- प्रभु जी हम प्रार्थना करते हैं कि आप हमारे विरोधियों के हृदयों को बदलें जो हमारे विरोध में गलत युक्तियाँ बनाते रहते हैं ताकि हम प्रेम और शांति पूर्वक जीवन बिता सके। प्रभु यीशु के नाम से आमीन

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