संकट में प्रभु आपके साथ है

हमारा परमेश्वर, जिसकी हम उपासना करते हैं वह हम को उस धधकते हुए भट्टे की आग से बचाने की शक्ति रखता है; वरन हे राजा, वह हमें तेरे हाथ से भी छुड़ा सकता है।

दानिय्येल 3ः17

   कई बार जीवन में ऐसा समय आता है, जब परमेश्वर अपने धर्मी जन को, जो उस पर विश्वास करते हैं, जो उसके चुने हुये लोग हैं, उन्हें संकट में पड़ने ही नहीं देता, संकट के आने से पहले ही उन्हें बचा लेता है, और वो संकट या परेशानी उनके जीवन में आती ही नहीं है।
   परन्तु कई बार ऐसा भी समय आता है, जब उसके धर्मी जन को संकट से होकर गुजरना पड़ता है।
   हम दानियेल की पुस्तक में देखते है, सद्रक, मेषक, अबेदनगो के जीवन में जब राजा ने आज्ञा निकाली, और उन्होने उस आज्ञा का इनकार कर दिया, इस बात से क्रोधित होकर राजा ने उन तीनों को जलते हुए आग के भट्टे में डाल दिया।
   यहां पर हम देखते हैं कि परमेश्वर ने उन्हे संकट में पड़ने दिया अर्थात परमेश्वर ने उन्हें संकट में पड़ने से पहले नहीं बचाया, परन्तु हम देखते हैं कि जब वे आग के भट्टे में ड़ाल दिये गये, तब परमेश्वर उनको बचाने के लिए स्वयं उस आग के भट्टे में आ गये, और राजा को उस आग के भट्टे में वे तीन नहीं परन्तु चार लोग चलते हुए दिखायी दिये उनमें से एक परमेश्वर के दूत की तरह दिख रहा था। तब राजा ने उन्हें आग के भट्टे से बाहर निकला और विश्वास किया कि यहोवा परमेश्वर ही सर्वशक्तिमान परमेश्वर है। 
   यहां पर हम देखते हैं कि अगर परमेश्वर उन्हें आग के भट्टे में जाने से पहले ही उन्हें बचा लेता तो वहां पर ये परमेश्वर का उद्भुत आश्चर्यक्रम न होता, और वहां उपस्थित लोग ये विश्वास नहीं कर पाते कि इनका परमेश्वर जीवित है, और उन तीनों की उदोनन्ति भी नहीं हो पाती। 
   इसी प्रकार से परमेश्वर आपको संकट से पहले भी बचायेगा और संकट में भी आपको बचायेगा, और आग के भट्टे से भी प्रभु आपको बचा लेगा। इसलिये ये न सोचें कि परमेश्वर मेरी जीवन में ऐसा क्यों हो रहा है, परमेश्वर पर भरोसा रखें, परमेश्वर का कोई न कोई उद्वेश्य है आपके लिए और वह हर बात में आपके लिए भलाई को उत्पन्न करेंगे।
   इसी प्रकार आपको भी परमेश्वर पर भरोसा रखना है, कि हमारे परमेश्वर के लिये कोई भी काम असम्भव नहीं है, हम उसके धर्मी जन हैं, उसने हमें चुना है, और यदि कोई विपत्ती हमारे जीवन में आ भी जाय तो भी हम अपने परमेश्वर पर भरोसा बनायें रखेंगे क्योेंकि हमें पता है कि वह हर विपत्ती में हमारे साथ है।
   जब आप इस प्रकार का भरोसा परमेश्वर के ऊपर रखते हैं तो वह निश्चय आपको भी सद्रक, मेशक और अबेदनगो की तरह छुड़ा लेगा।
   प्रभु आपको इस वचन के द्वारा आशीष दे आमीन।

प्रार्थनाः- प्रभु जी हम प्रार्थना करते हैं, कि चाहे हम कैसी भी विपरीत परिस्थिति में क्यों न पढ़ जायें, चाहे दुष्ट हमारे विरोध में कितनी ही बुरी योजना क्यों न बना ले, परन्तु हम हर परिस्थिति में आप पर भरोसा बनाये रखेंगे कि हमारा परमेश्वर हमें हर एक परिस्थिति से हमें बचाने कि सामर्थ्य रखता है आमीन।

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