बन्दीगृह में पतरस बंद था, परन्तु कलीसिया उसके लिये लौ लगाकर परमेश्वर से प्रार्थना कर रही थी।
प्रेरितों के काम 12ः5
सुसमाचार प्रचार करने के कारण पतरस को बन्दीगृह में ड़ाल दिया गया और जब परतस बंदीगृह में बन्द था, तो कलीसिया लगातार पतरस के लिये लौ लगाकर प्रार्थना कर रही थी, और परमेश्वर ने उनकी प्रार्थना को सुना। रात के समय पतरस नींद में था और उसके सामने एक स्वर्गदूत खड़ा हो गया, पतरस ने सोचा कि सायद मैं नींद में दर्शन देख रहा हूूं। स्वर्गदूत ने उसे उठाया और उससे कहा कि तू मेरे पीछे चल, और स्वर्गदूत उसे बन्दीगृह से बाहर निकालकर कलीसिया के पास ले गया।
यहाँ पर हम देखते हैं कि परमेश्वर ने कलीसिया को प्रार्थना का उत्तर दिया और पतरस को छुडाने के लिये अपने दूत को भेजा और स्वर्गदूत ने अदभुत तरीके से पतरस को बंदिगृह से बाहर निकाला।
हो सकता है आप भी पतरस की तरह किसी समस्या में हो और आपको सहायता की आवश्यकता हो, तो आप भी परमेश्वर से लौ लगाकर प्रार्थना करें, वह आपकी प्रार्थना का उत्तर देंगे और आपकी सहायता के लिये अपने स्वर्गदूतों को भेजेंगे।
प्रार्थनाः- प्रभु हम आपका धन्यवाद करते हैं इस वचन के लिए, प्रार्थना करते हैं कि हमारी प्रार्थना का उत्तर दें, अपने स्वर्गदूत को हमारी सहायता के लिए भेजें, और इस समस्या से बाहर निकालें।
आमीन