हे ईश्वर, मुझे जांच कर जान ले! मुझे परख कर मेरी चिन्ताओं को जान ले! और देख कि मुझ में कोई बुरी चाल है कि नहीं, और अनन्त के मार्ग में मेरी अगुवाई कर।
भजन संहिता 139ः23-24
हमारे मन मस्तिष्क में अनेक प्रकार के विचार उत्पन्न होते हैं। कुछ विचार अच्छे होते हैं, कुछ विचार गलत होते हैें। यिर्मयाह 17ः9 में बाइबल कहती है, मन तो सब वस्तुओं से अधिक धोका देने वाला होता है, उस में असाध्य रोग लगा है; उसका भेद कौन समझ सकता है। क्योंकि मन में अनेक प्रकार के विचार उत्त्पन्न होते रहते हैं, परन्तु यदि हम येशु मसीह के पीछे चलते हैं, तो हमें अपने विचारों पर ध्यान देने कि आवश्यकता है। उन चिन्ता के, पाप के, आत्महत्या के गलत विचारों को आपको अपने मन में उत्पन्न नहीं होने देना है। और यदि इस प्रकार के गलत विचार आपके मन में उत्पन्न होते हैं, तो आपको उनका खण्ड़न करना है। यीशु के नाम से उन्हें अपने मन से दूर जाने की आज्ञा देनी है।
भजन संहिता 139ः23-24 में भजनकार दाऊद परमेश्वर से प्रार्थना कर रहे हैं, कि हे परमेश्वर मेरे मन को जाँच कि मुझ में कोई बुरी चाल तो नहीं और मुझे परख कर देख की मेरे अन्दर कोई गलत विचार तो नहीं है। क्योंकि परमेश्वर मनों को जाँचने वाला परमेश्वर है परमेश्वर हमारे बाहरी मनुष्यत्व को नहींे देखते, कि हम बाहर से कितने सुन्दर है, अपितु परमेश्वर हमारे मन को देखते हैं कि हमारे मन में क्या भरा हुआ है।
इसलिये यदि आप भी गलत विचारों से जूझ रहे हैं तो आपको भी इस प्रकार से प्रार्थना करने की जरूरत है कि हे परमेश्वर मुझे जाँच और परख की मुझ में कोई बुरी बात तो नहीं है, और अगर कोई बुरी बात है तो उस बुरी बात को मेरे मन से दूर करें। जब आप इस प्रकार परमेश्वर से प्रार्थना करगें, तो पवित्र आत्मा जो आपका सहायक है वह आपकी मदत करेगा और गलत विचार आपके जीवन से चले जायेंगे। प्रभु आपको इस वचन के द्वारा आशीष दे।
प्रार्थना:- प्रभु जी हम प्रार्थना करते हैं कि आप हमारे मन को जाँच कर जाने और परख कर देखें कि हमारे मन में कोई बुरी चाल तो नहीं और अगर है तो उसे हमारे जीवन से दूर करे। आमीन।