परन्तु इन सब बातों में हम उसके द्वारा जिस ने हम से प्रेम किया है। जयवन्त से भी बढ़कर है।
रोमियो 8ः37
इस पद में, लेखक इस बात पर जोर देता है कि कोई भी चीज हमें परमेश्वर के प्रेम से अलग नहीं कर सकती। उनका मानना है कि जिसने हमसे प्रेम किया उसके माध्यम से हम विजेता से भी बढ़कर हैं। दुःख, दर्द, संकट, बीमारी, पाप और विरोध जैसी प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के बावजूद, हम उसके माध्यम से विजेताओं से कहीं अधिक हैं। लेखक का मानना है कि कोई भी प्रतिकूल परिस्थिति हमें नष्ट नहीं कर सकती, क्योंकि हम इन परिस्थितियों पर विजय प्राप्त कर लेते हैं। बाइबल बताती है कि परमेश्वर का प्रेम अगाध, निःस्वार्थ और शाश्वत है, और वह हमसे तब प्रेम करता था जब हम पापी थे और अब तो हम में उसका धार्मिकता वास करता हैं।
वचन बताता है कि परमेश्वर ने हमें इन सभी परिस्थितियों से उबरने की शक्ति दी है और वह हमारे लिए रास्ता बनाएंगे। और हम निराशा को अपने ऊपर हावी ना होने बल्कि सभी परिस्थितियों पर अपनी जीत में विश्वास रखने के लिए प्रोत्साहित करता है। इस विश्वास के साथ, हम अपने जीवन में अविश्वसनीय रूप से चमत्कार देख सकते हैं। परमेश्वर हमें इन वचनों के द्वारा आशीष दें।
प्रार्थना- प्रेमी पिता परमेश्वर, मैं आपका धन्यवाद करता हूँ इस जीवन के लिए. मेरी सहायता करें कि मैं अपने जीवन में आपके सामर्थ को प्राप्त कर अपने विश्वास के जीवन में उठने वाली हर एक परीक्षाओं, कठिनाईयों के मध्य से आगे बढ़कर आपको महिमा कर सकूँ. आमीन.