कि मैंने तेरी प्रार्थना सुनी और तेरे ऑसू देखे है; देख, मैं तुझे चंगा करता हूॅ; परसों तु यहोवा के भवन में जा सकेगा।
2 राजा 20ः5
यहाँ कुछ इस तरह हुआ कि राजा हिजिकिया को एक बीमारी हो गई जिसके कारण वह इतना बीमार हो गया कि उसकी मृत्यु होने वाली थी। और परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार यशायाह भविष्यवक्ता उसके पास जाता है और उससे कहता है कि तुम मरने वाले हो इसलिए तुम्हें अपने परिजनों को जो भी आदेश देना है दे दो, अब तुम्हारे पास समय नहीं है तुम्हारा समय निकट आ पहुंचा है।
जब राजा हिजिकिया को आभास हुआ कि वह मरने वाला है तो वह परमेश्वर से प्रार्थना करने लगा और परमेश्वर के सामने रोने लगा और कहने लगा कि पिता- परमेश्वर, मैं आपकी उपस्थिति में और आपकी इच्छा के अनुसार कार्य करते आ रहा हूँ……….., (और आगे भी आपकी इच्छा पूरी हो)। और परमेश्वर ने राजा हिजिकिया की प्रार्थना सुनी और परमेश्वर का संदेश फिर से भविष्यवक्ता यशायाह के पास आया कि तू फिर से राजा हिजिकिया के पास जा और उससे कह कि मैंने तुम्हारी प्रार्थना सुनी और तुम्हारे आँसू देखे हैं, मैं तुम्हें ठीक करता हूं। और परमेश्वर ने कहा मैं तुम्हारी आयु पन्द्रह वर्ष और बढ़ा दूंगा।
हम देखते हैं कि परमेश्वर ने एक ऐसे व्यक्ति की प्रार्थना सुनी जो मरने वाला था और परमेश्वर ने उसकी आयु 15 वष और बढ़ा दी।
आज परमेश्वर का वचन आपसे बात करना चाहता है कि परमेश्वर ने आपकी प्रार्थनाएँ भी सुनी हैं। हो सकता है कि आप लंबे समय से प्रार्थना कर रहे हों, आपको लगता हो कि प्रार्थना का उत्तर नहीं दिया जाएगा, लेकिन मैं आपको प्रोत्साहित करना चाहूंगा कि परमेश्वर ने आपकी प्रार्थनाओं का उत्तर दिया है।
आप भले ही आंसू बहा रहे हों लेकिन परमेश्वर ने आपके आंसू देख लिए हैं। वह आपके आँसू पोंछेगा और आपके दुःख के दिनों को आनन्द में बदल देगा, इसलिए प्रभु आपको इस वचन के द्वारा हाँ और आमीन के साथ आशीष दे ।
प्रार्थना- परमेश्वर पिता मैं प्रार्थना करता हूं कि राजा हिजिकिया की तरह मेरी प्रार्थना सुनिए और मुझे सारी समस्याओं से मुक्त करें ताकि मैं विश्वास में और आगे बढ़ सकूं और अपने जीवन के माध्यम से आपकी महिमा कर सकूं आमीन।